भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के युवा नेता कन्हैया कुमार ने मधुबनी जिला के रहिका ब्लॉक की मध्य विद्यालय मैदान से NRC , NRP और CAA कानून के खिलाफ मोदी और अमित शाह पर साधा निशाना।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के युवा नेता कन्हैया कुमार ने मधुबनी जिला के रहिका ब्लॉक की मध्य विद्यालय मैदान से NRC , NRP और CAA कानून के खिलाफ मोदी और अमित शाह पर साधा निशाना।


कन्हैया कुमार
कन्हैया कुमार

हजारक हजार लोग रहिका मिडिल स्कूल के मैदान में इस कार्यक्रम को दूर दूर से देखने आए।
 CPI के युवा नेता कन्हैया कुमार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मधुबनी द्वारा 22 तारीख रविवार को आयोजित कार्यक्रम में मिथिला के परंपरागत विधि पाग डोप्टा और मिथिला पेंटिंग से कन्हैया कुमार का स्वागत किया गया। इसके बाद कन्हैया कुमार ने गर्मजोशी और क्रांतिकारी अंदाज में लोगों का अभिवादन किया ।इसके बाद अपने भाषण का शुरुआत की। उन्होंने कहां है कि एनआरसी सीए और एनपीआर कानून लाकर देश की सरकार गरीब तबके के लोगों को नागरिकता खत्म करने की साजिश कर रही है। इसका असर ना केवल देश के मुसलमानों पर नहीं दिखेगा बल्कि गरीब तबके के लोगों पर भी पड़ेगा जिसके पास रहने के लिए घर नहीं कोई जरूरी डॉक्यूमेंट नहीं है अपनी नागरिकता कैसे साबित करेंगे इसलिए यह कानून गरीब विरोधी है। और उन्होंने कहा है की जब तक सरकार एनआरसी एनपीआर एवं CAA को वापस नहीं लेती है तब तक यह प्रदर्शन चलता रहेगा यह लड़ाई केवल हिंदू और मुस्लिम का लड़ाई नहीं है यह पूरा देश का लड़ाई है और हम हमें एकजुटता के साथ इसका मुकाबला करना है और सरकार को NRC CAA एवं NPR को वापस लेने के लिए मजबूर करेंगेउन्होंने बीजेपी पर यह आरोप लगाया है कि एनआरसी एनपीआर के खिलाफ इस लड़ाई को बदनाम की जा रही है। उन्होंने कहा जहां जहां बीजेपी की सरकार है। या जहां जहां पुलिस बीजेपी के अधीन है। उस तमाम राज्यों में प्रदर्शन कर रहे। आम गरीबों पर गोलियां चलाई जा रही है। और अब तक 22 से अधिक लोगों की जान गई है। उन्होंने कहा है। की देश के भीतर किस तरह की राजनीतिक परिस्थिति पैदा की गई है। कि भारत की सरकार भारतीय संविधान को गला घोटकर भारतीय नागरिकों का ,भारतीय सड़क पर खून बहा रही है। और अपनी दमनकारी फैसला जनता पर थोपना चाहती है। उन्होंने कहा हिटलर शाही नहीं चली तो अमित शाही नहीं चलेगी। इसलिए हम सभी की जिम्मेदारी है ,की अपने देश के लिए अपनी संस्कृति के लिए अपने इतिहास और अपने संविधान के लिए और अपने प्यारे हिंदुस्तान के लिए हम सभी को एकजुट होकर, इस बहरे सरकार को सबक सिखाना होगा। हमको इस बात का ख्याल रखना पड़ेगा। कि हमारे आंदोलन को ,हमारे इस हक की लड़ाई को कमजोर बनाने के लिए ,भाड़े के टट्टू भेजे जा रहे है। जो सरकार की एजेंट है। और सरकार की मुखबिरी का काम करते हैं। हमारे जुलूस हमारे मार्चों हमारे रैलियों का सहारा लेकर जानबूझकर हिंसा करवाई जा रही है। ताकि अधिकार और हक की इस आंदोलन को कमजोर किया जा सके। हमारे आंदोलनों को बदनाम किया जा सके। लेकिन हमें उस हिंसात्मक व्यक्तियों की पहचान करनी होगी। और उसे हमारे इस लड़ाई से दूर करनी होगी। उन्होंने कहा don't be silent don't be ही हमें साइलेंट रहना है और ना ही हमें वायलेंट होना है। साथ ही उन्होंने सबका साथ सबका विकास की इस बात को इस दौर का सबसे बड़ा भद्दा मजाक बताया



कागज के आधार पर नागरिकता

कागज के आधार पर नागरिकता साबित करने की। इस बात को उन्होंने यह कहा की आप सभी कागज की हकीकत इस देश में क्या है?आप सभी भली-भांति जानते हैं। उन्होंने कहा वोटर आईडी पर अगर आपका नाम है। तो उसमें फोटो किसी और का या अगर आपका वोटर आईडी है। तो उस पर नाम आपका है। और फोटो आपके पिताजी का दिया है। या आपके माताजी का दिया है। इस प्रकार की गलतियां देखने को मिलती है कागज पर। और अमित शाह जी कागज के आधार पर नागरिकता साबित करने की बात कहते हैं। कागज की हकीकत यह है कि अगर आप जन्म प्रमाण पत्र बनाना हो या आवासीय बनाना हो चाहे मृत्यु प्रमाण पत्र बनाना हो या आय प्रमाण पत्र बनाना हो सभी काम से घूस देकर होती है। और सभी दस्तावेज में कुछ ना कुछ त्रुटि होती है। इससे गरीब लोगों को नागरिकता साबित करने में परेशानी होगी। इसलिए हम लोग इस बिल का विरोध करते हैं। इसलिए हम लोग संविधान के हक में आवाज बुलंद करेंगे और NRC NPR or CAA को वापस लेने के लिए सरकार से लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा जब तक सरकार NRC CAA और NPR को वापस नहीं लेती है। तब तक यह लड़ाई चलती रहेगी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ